Premchand Ka Janm Kab Hua Tha (प्रेमचंद का जन्म कब हुआ था)

Premchand Ka Janm Kab Hua Tha: नमस्कार दोस्तो आपका हमारे एक और नए पोस्ट पर स्वागत है जहा आज हम आपने इस पोस्ट के माध्यम से “प्रेमचंद का जन्म कब हुआ था” के बारे में जानकारी देने जा रहे है। यदि आप प्रेमचंद जी के बारे में एक दम विस्तार से जानना चाहते है तब आप एक दम सही पोस्ट के आए है। जहा आपको हमारे इस नए पोस्ट के माध्यम से मुंशी प्रेमचंद के बारे में सभी जानकारी विस्तार से पढ़ने को मिलेगी।

वैसे हमारे देश भारत में एक से बढ़कर एक कवि और रचनाकार हुए परंतु कुछ रचनाकार ने अपनी रचनाओं के माध्यम से अपनी एक अलग ही छाप छोड़ी है जहा उन्हे आज भी लोगो के द्वारा याद किया जाता है। अब में मुंशी प्रेमचंद जी का नाम न आए ऐसा हो ही नही सकता क्युकी प्रख्यात कवियों में इनका भी नाम शामिल है

जहा इन्होंने मानव जीवन को झांझोड़ कर रख देने वाले कई उपन्यास लिखे। तो चाहिए जल्दी से बिना समय गवाएं प्रेमचंद जी के बारे में जानने की कोशिश करे है। और हमारे इस पोस्ट को शुरू करते है।

Premchand Ka Janm Kab Hua Tha (प्रेमचंद का जन्म कब हुआ था)

Premchand Ka Janm Kab Hua Tha

प्रेमचंद का जन्म 31 जुलाई 1880 को लमही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, स्थान पर हुआ था इसके अलावा अतिरिक्त जानकारी आप नीचे दी गई सूचि में देख सकते है।

जन्म31 जुलाई 1880
लमही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत
मृत्यु8 अक्टूबर 1936 (उम्र 56)
वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत
व्यवसायअध्यापक, लेखक, पत्रकार
राष्ट्रीयताभारतीय
अवधि/कालआधुनिक काल
विधाकहानी और उपन्यास
विषयसामाजिक और कृषक-जीवन
साहित्यिक आन्दोलनआदर्शोन्मुख यथार्थवाद (आदर्शवाद व यथार्थवाद)
,अखिल भारतीय प्रगतिशील लेखक संघ
उल्लेखनीय कार्यगोदान, कर्मभूमि, रंगभूमि, सेवासदन, निर्मला और मानसरोवर

प्रेमचंद का जन्म कहाँ हुआ था ?

प्रेमचंद का जन्म लमही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था

प्रेमचंद की जीवन अवधि क्या थी?

प्रेमचंद की जीवन अवधि साल रही है

प्रेमचंद की मृत्यु कैसे हुई?

प्रेमचंद की मृत्यु समयरूप से ही हुई थी और इन्होने अपने जीवन कल में से बढ़कर एक रचनाये की है जिसके कारन आज भी इन्हे लोगो के द्वारा याद किया जाता है

प्रेमचंद कौन सी भाषा लिखते हैं?

प्रेमचंद जी अपनी रचनाओं में हिंदी और उर्दू दोनों ही भाषाओ का उपयोग किआ करते थे जहा हर शब्द का उपयोग वह एक अलग ही ढंग से किया करते थे और उनकी रचनाये आज भी काफी प्रचलित है जो नए नए लेखक को अच्छा लिखने के लिए प्रेरित करती है

प्रेमचंद को प्रेमचंद नाम किसने दिया?

प्रेमचंद जी के मुंशी प्रेमचंद बनने का सफर कुछ इस तरह से है जहा एक बहुत बड़े विद्वान जिनका नाम कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी था और इन्होने महात्मा गाँधी जी के साथ एक पत्रिका निकली जहा उस पत्रिका का नाम हंस रखा गया था और उस पत्रिका का संपादन प्रेमचंद और कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी के द्वारा किया जाता था

जहा कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी प्रेमचंद जी से उम्र में करीब सात साल बड़े थे और दोनों का नाम उस पत्रिका पर डाला जाता था जहा कन्हैयालाल माणिकलाल मुंशी उम्र के बड़े होने के कारन इनका नाम प्रेमचंद के नाम के आगे लिखा जाता था और ऐसे इन दोनों का नाम मुंशी प्रेमचंद लिखा जाने लगा बस तब से ही प्रेमचंद जी के नाम के आगे मुंशी लगने लग गया और ऐसे इनका नाम मुंशी प्रेमचंद पड़ गया

प्रेमचंद की सर्वश्रेष्ठ कहानी कौन सी है?

प्रेमचंद जी की सर्वश्रेठ कहानी गोदान है जिसके संक्षिप्त विवरण को आप नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से पढ़ सकते है जिससे आपको गोदान के बारे में कुछ जानकारी प्राप्त हो जाएगी।

इसके अलावा आप मुंशी प्रेमचंद जी से सम्बंधित कुछ अन्य FAQs को भी पढ़ सकते है

  1. प्रेमचंद का जन्म कहाँ हुआ था ?प्रेमचंद का जन्म लमही, वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत में हुआ था
  2. प्रेमचंद की जीवन अवधि क्या थी?प्रेमचंद की मृत्यु समयरूप से ही हुई थी और इन्होने अपने जीवन कल में से बढ़कर एक रचनाये की है जिसके कारन आज भी इन्हे लोगो के द्वारा याद किया जाता है

अंतिम शब्द

आज इस पोस्ट के माध्यम से आपको प्रेमचंद का जन्म कब हुआ था के बारे में जानकारी देने की कोशिश की है जहा मुझे उम्मीद है आपको मेरे द्वारा दी गई जानकारी काफी पसंद आई होगी और इसी के साथ आपको कुछ नया सीखने को भी मिला होगा

यदि आपका हमारे इस पोस्ट से संबंधित किसी तरह का कोई सवाल है या फिर सुझाव है तब आप हमे नीचे दिए गए कमेंट बॉक्स के माध्यम से बता सकते है । जहा हम आपके सभी कमेंट के जवाब अगले दिन हमारी वेबसाइट के पब्लिश करेंगे।